Champions Trophy 2025: आईसीसी ने 25 मार्च को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए, ICC ने टूर्नामेंट को किसी अन्य देश में आयोजित करने का फैसला किया है।
पाकिस्तान ने की सारी हदें पार, आईसीसी को होगा करोड़ का नुकसान, चैंपियंस ट्रॉफी में हालात बाद से बत्तर, पाकिस्तान है कि सुधरने का नाम नहीं ले रहा. चैंपियंस ट्रॉफी विवाद अपने अंतिम चरण में है और अगले दो दिनों में वेन्यू पर आखिरी फैसला आने की पूरी उम्मीद है. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने पहले ही पीसीबी (Pakistan Cricket Board) और आईसीसी (International Cricket Council) को साफ कर दिया है कि वह पाकिस्तान जाकर चैंपियंस ट्रॉफी विभाग नहीं लेने वाले.
Champions Trophy 2025 पर पाकिस्तान की अड़ियल राजनीति! करोड़ों का नुकसान, इस्लामाबाद की सड़कों पर हंगामा
भारत इस टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल में करना चाहता है मगर पाकिस्तान है कि सभी मैच को अपने घर पर करने की जिद लेकर बैठ गया है. अब पीसीबी कै इस जिद के कारण आईसीसी टूर्नामेंट का शेड्यूल जारी करने की समय सीमा से चूक गई है. आईसीसी को टूर्नामेंट से कम से कम 90 दिन पहले अपने सभी स्टेकहोल्डर को शेड्यूल देना होता है क्योंकि अब समय सीमा बीत चुकी है जिससे कई स्टेकहोल्डर बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं. Disney star या फिर मर्ज होने के बाद जिओ स्टार आईसीसी के मीडिया पार्टनर और वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बड़े ब्रॉडकास्ट स्पॉन्सर में से एक है. पाकिस्तान की जिद के कारण वह टूर्नामेंट का पूरी तरह से कमर्शियल फायदा उठाने से चूक गए हैं.
चैंपियंस ट्रॉफी का सपना चकनाचूर! पाकिस्तान की राजनीति ने मचाई तबाही
वैसे तो आईसीसी उन मामलों पर कोई टिप्पणी नहीं करेगा जो इकोनॉमिकल है लेकिन इसके कमर्शियल भागीदारों और स्टेकहोल्डर के लिए उनका काम मुश्किल होता जा रहा है. अब इस पूरे मामले में पाकिस्तान के हालात भी बत से बत्तर होते जा रहे हैं इसकी वजह इस्लामाबाद में चल रहे राजनीतिक विरोध प्रदर्शन है जिसका असर खेलों पर पड़ता दिख रहा है. इस विरोध के चलते श्रीलंका टीम ने पाकिस्तान ने खोली जा रही वनडे सीरीज को बीच में छोड़कर अपने घर जाने का फैसला लिया, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मंगलवार को बताया कि उन्होंने इस बारे में श्रीलंकाई बोर्ड से बातचीत की थी.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पीसीबी के एक अधिकारी ने आईसीसी के सीईओ से संपर्क कर मौजूद अनिश्चित पर नाराजगी जताई है, यह मामला उन सवालों से अलग है जो पीसीबी ने आईसीसी को भेजे थे जब भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने कहा था कि man in blue पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगा. इस बीच यह बताया जा रहा है कि ब्रॉडकास्ट भारत और पाकिस्तान को अलग-अलग समूह में बांटने के किसी भी प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं जिससे पाकिस्तान को अपने सभी लीग मैच घर पर खेलने की अनुमति मिल जाए. भारत और पाकिस्तान को एक ही ग्रुप में रखने से मेजबान टीम को हाइब्रिड व्यवस्था के तहत भारत के खिलाफ मैच के लिए किसी दूसरे देश की यात्रा करनी होगी.
आईसीसी द्वारा 29 नवंबर की बैठक के दौरान इस योजना को अपनाने की संभावना है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आईसीसी मेंबर्स फाइनेंशियल इंसेंटिव के जरिए चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल में करवाने की पेशकश कर रहा है। आसान भाषा में कहें तो आईसीसी ने पीसीबी के सामने इंसेंटिव के तौर पर ज्यादा पैसे देने का ऑफर रखा है. इस टूर्नामेंट का शेड्यूल अभी भी घोषित होना बाकी है क्योंकि भारत ने ही आईसीसी को इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान की यात्रा करने से साफ मना कर दिया है.
आईसीसी मुद्दे का समाधान खोजने के लिए जल्दी अपने एग्जीक्यूटिव बोर्ड की बैठक बुलाने वाला है. बता दें कि पीसीबी हाइब्रिड मॉडल के तहत टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए तैयार नहीं है इसलिए अब उन्हें डेड लॉक खत्म करने के लिए एक्स्ट्रा फाइनेंशियल इंसेंटिव की पेशकश की जा रही है. रिपोर्ट्स की माने तो बहुत हद तक मुमकिन है कि बोर्ड members वर्चुअल मीटिंग के बाद इस मामले में क्लेरिटी दे सकेंगे.